October 30, 2025

चपरासी ने चेक की यूनिवर्सिटी एग्जाम की आंसर शीट, प्रिंसिपल और प्रोफेसर सस्पेंड

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मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम जिले में एक सरकारी कॉलेज के परीक्षा मूल्यांकन में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल और दो प्रोफेसरों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि तीन अन्य को सेवा से बर्खास्त किया गया है। वायरल वीडियो में एक चपरासी को छात्रों की यूनिवर्सिटी एग्जाम की उत्तर पुस्तिकाएं जांचते हुए देखा जा सकता है।

शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप
वीडियो सामने आते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। जांच के बाद कॉलेज प्रिंसिपल राकेश कुमार वर्मा और उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी प्रो. राम गुलाम पटेल को 4 अप्रैल को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही, गेस्ट फैकल्टी खुशबू पगारे, तकनीशियन (चपरासी) पन्नालाल पठारिया और पुस्तक चोरी के आरोपी राकेश कुमार मेहर को 8 अप्रैल को बर्खास्त कर दिया गया।

मंत्री ने दी प्रतिक्रिया
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए युवा मामले एवं सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, “यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और अक्षम्य है। सरकार उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता नहीं करेगी। सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

छात्रों ने की शिकायत, विधायक ने उठाया मामला
सूत्रों के मुताबिक, यह घटना जनवरी 2025 की है, लेकिन वीडियो के हाल ही में वायरल होने के बाद मामला सुर्खियों में आया। छात्रों ने स्थानीय विधायक ठाकुरदास नागवंशी से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने जांच शुरू की।

प्रिंसिपल बोले – मुझे फंसाया गया
प्रिंसिपल राकेश वर्मा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा, “मुझे फंसाया गया है। मूल्यांकन कार्य का नोडल अधिकारी राम गुलाम पटेल था। उसकी नियुक्ति से जुड़ा पत्र भी मैंने विभाग को भेजा है।” उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर अपने निलंबन को रद्द करने की मांग की है।

सरकार ने दिए सतर्कता के निर्देश
सरकार ने ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी कॉलेजों और मूल्यांकन केंद्रों को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। उच्च शिक्षा विभाग इस पूरे मामले की निगरानी कर रहा है।

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