नई दिल्ली: दिल्ली के आनंद विहार इलाके में मंगलवार तड़के एक अस्थायी टेंट में भीषण आग लगने से तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। आग इतनी भयानक थी कि टेंट के अंदर रखा गैस सिलेंडर भी फट गया, जिससे आग और तेज़ हो गई। घटना सुबह 2:15 बजे की बताई जा रही है।
दमकल की टीम ने पाया तीन जले हुए शव
दिल्ली अग्निशमन सेवा को सुबह 2:22 बजे आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद तुरंत तीन दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। फायर ब्रिगेड ने 2:50 बजे तक आग पर काबू पा लिया। सुबह 3:10 बजे स्टेशन अधिकारी फिरोज ने टेंट के अंदर से तीन जले हुए शव बरामद किए जाने की पुष्टि की।
मृतकों की पहचान और हादसे का कारण
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान जग्गी (30), श्याम सिंह (40) और कांता प्रसाद (37) के रूप में हुई है। तीनों उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के रहने वाले थे और दिल्ली में मजदूरी करते थे। वे इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) में अस्थाई मजदूर थे और डीडीए प्लॉट, मंगलम रोड के पास स्थित एक अस्थायी टेंट में रहते थे।
चश्मदीदों के मुताबिक, टेंट में रोशनी के लिए डीजल की डिबिया जलाई जाती थी। रात करीब 2 बजे श्याम सिंह ने आग लगती देखी और साथी नितिन सिंह को जगाने की कोशिश की। टेंट के दरवाजे पर ताला लगा था, जिसे खोलने की कोशिश नाकाम रही। नितिन किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहा, लेकिन जग्गी, श्याम सिंह और कांता आग की चपेट में आ गए।
जांच जारी, पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए शव
फिलहाल दमकल विभाग, क्राइम टीम और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। पुलिस ने चश्मदीदों के बयान दर्ज कर लिए हैं, और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आग का कारण डीजल की डिबिया और सिलेंडर फटना हो सकता है।