उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का सामाजिक न्याय फार्मूला, वंचित तबकों को संगठन में बड़ी भागीदारी

कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में संगठनात्मक पुनर्गठन के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 131 जिला और शहर अध्यक्षों की नई सूची जारी की है। इस सूची में पिछड़े, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और महिलाओं को 65% पद देकर पार्टी ने सामाजिक समावेशन और जमीनी मजबूती को प्राथमिकता दी है। यह बदलाव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुआ है, जिसमें उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की अहम भूमिका रही।

संगठन में सामाजिक समावेशन

कांग्रेस ने जातिगत और सामाजिक संरचना को ध्यान में रखते हुए संगठन में भागीदारी सुनिश्चित की है। 131 जिला और शहर अध्यक्षों में:

  • OBC को 48 पद मिले, जिनमें मुस्लिम OBC भी शामिल हैं।

  • अल्पसंख्यक समुदाय को 32 पद (24.41%) मिले, जिससे पार्टी ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है।

  • अनुसूचित जाति को 19 पद (14.50%) और अनुसूचित जनजाति को 1 पद (0.76%) दिया गया।

  • सामान्य वर्ग को 46 पद (35.11%) मिले।

यह संरचना राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की उस सोच को दर्शाती है, जिसमें वंचित तबकों को नेतृत्व में भागीदारी देकर उन्हें मुख्यधारा में लाने पर जोर दिया गया है।

महिला सशक्तिकरण पर जोर

इस सूची में 8 महिलाओं (6.11%) को अध्यक्ष पद देकर कांग्रेस ने महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित किया है। यह कदम प्रियंका गांधी के “लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ” अभियान की भावना को आगे बढ़ाता है, जिससे महिला मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने का प्रयास किया गया है।

युवा नेतृत्व को तरजीह

नई सूची में 41-50 आयु वर्ग के 59 और 31-40 आयु वर्ग के 24 नेता शामिल किए गए हैं, जिससे युवा और अनुभवी नेतृत्व के बीच संतुलन बनाया गया है। औसत आयु 47.97 वर्ष है, जो दर्शाता है कि संगठन में नई ऊर्जा लाई जा रही है।

2027 विधानसभा चुनाव के लिए रणनीतिक तैयारी

यह बदलाव 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया है। संगठन में 64.89% पद वंचित तबकों को देकर कांग्रेस ने उन समुदायों को प्राथमिकता दी है, जो राज्य की आबादी का बड़ा हिस्सा हैं और चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं।

सामाजिक न्याय की दिशा में एक मजबूत कदम

कांग्रेस ने यह दिखाने की कोशिश की है कि वह सिर्फ इन समुदायों की आवाज नहीं उठा रही, बल्कि उन्हें नेतृत्व में भी भागीदारी दे रही है। यह रणनीति 2027 के चुनावों में भाजपा के लिए चुनौती खड़ी कर सकती है। अविनाश पांडे की रणनीति, अजय राय का जुझारूपन और राहुल गांधी की सामाजिक न्याय नीति के चलते कांग्रेस उत्तर प्रदेश में नए सिरे से मजबूती की ओर बढ़ रही है।

सौहार्द और एकता का संदेश

उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित होली मिलन समारोह सौहार्द और एकता के संदेश के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कार्यक्रम में शामिल होकर इसे यादगार बताया। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, रोहित चौधरी, सत्येंद्र नारवाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीएल पुनिया समेत अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने इस आयोजन को विशेष बना दिया। समारोह के दौरान सभी कांग्रेसजनों ने समाज में नफरत को मिटाने और मोहब्बत व भाईचारे के रंग में रंगने का संकल्प लिया। पार्टी नेताओं ने आपसी सद्भाव को बढ़ावा देने पर जोर दिया और कांग्रेस की विचारधारा के अनुरूप एकजुटता का संदेश दिया।

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