गौरव पुरस्कार 2025 : मुंबई के इस्कॉन, जुहू में भव्य आयोजन, दिग्गज कलाकारों को किया गया सम्मानित

मुंबई : भजन सम्राट पद्मश्री अनूप जलोटा द्वारा प्रस्तुत 13वां वार्षिक ‘गौरव पुरस्कार 2025’ का आयोजन मुंबई के इस्कॉन, जुहू में भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इस प्रतिष्ठित समारोह में संगीत, नृत्य, ग़ज़ल और अन्य कलाओं के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले दिग्गज कलाकारों को सम्मानित किया गया। इस वर्ष का आयोजन विशेष रूप से अनुभवी कलाकार पुरूषोत्तम दास जलोटा की स्मृति में किया गया, जिनका भारतीय भक्ति संगीत में अमूल्य योगदान रहा है।

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प्रतिभाशाली कलाकारों को किया गया सम्मानित

🔹 भजन सम्राट पद्मश्री पुरूषोत्तमदास जलोटा संगीत सेवा पुरस्कार – प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक अजय पोहनकर को दिया गया।

🔹 भजन महर्षि पंडित हरिओम शरण भक्ति संगीत पुरस्कार – सुप्रसिद्ध गायक कुमार विशु को सम्मानित किया गया।

🔹 पद्मश्री डॉ. रवींद्र जैन बहुमुखी प्रतिभा पुरस्कार – जानी-मानी पार्श्व गायिका डॉ. जसपिंदर नरूला को प्रदान किया गया।

🔹 मेधा जलोटा श्रेष्ठतम मेधावी नृत्यांगना पुरस्कार – उभरती नृत्यांगना सरिता कालेले को दिया गया।

🔹 लाईफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार – वरिष्ठ उद्घोषक किशन शर्मा को सम्मानित किया गया।

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अनूप जलोटा की संगीतमय प्रस्तुति ने बांधा समां

समारोह के दौरान अनूप जलोटा ने अपने शिष्यों संग भक्ति और संगीत से सराबोर प्रस्तुति दी, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। उनके गाए भजनों और ग़ज़लों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और हॉल तालियों से गूंज उठा।

गणमान्य हस्तियों की रही विशेष उपस्थिति

इस भव्य आयोजन में कला, संगीत, पत्रकारिता और समाजसेवा से जुड़ी कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने शिरकत की। कार्यक्रम का सफल प्रबंधन “तथास्तु प्रोडक्शंस” द्वारा किया गया, जिसने इसे एक यादगार आयोजन बनाया।

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सहयोगी संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान

गौरव पुरस्कार 2025 के आयोजन को सफल बनाने में हिंदुजा फाउंडेशन, वी आई पी, एफ ई आई कार्गो, ऐ डी एन फायर सेफ्टी, साधना चैनल, टीवी एशिया, नूतन सवेरा, कटिंग चाय – मंच आपके विचारों का, ब्राइट आउटडोर मीडिया ने अहम भूमिका निभाई।

भारतीय संस्कृति और भक्ति संगीत का अनूठा संगम

गौरव पुरस्कार 2025 केवल एक सम्मान समारोह नहीं था, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और भक्ति संगीत का एक अनुपम संगम भी था। इस आयोजन ने एक बार फिर साबित किया कि भारतीय संगीत और कला की अमिट छाप विश्वभर में अनमोल बनी हुई है।

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