रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जवानों से मुलाकात की और अपने संबोधन में उनके प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत किसी भी हद तक जा सकता है। पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “आतंकियों ने धर्म देखकर हमारे लोगों को मारा, और हमने उनका कर्म देखकर जवाब दिया।”
जवानों और जम्मू-कश्मीर के लोगों को सलाम
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “विपरीत परिस्थितियों में आपके बीच आकर मुझे गर्व हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आपने जो बहादुरी दिखाई, उस पर पूरा देश गर्व करता है। मैं रक्षा मंत्री से पहले एक भारतीय नागरिक के तौर पर आपका आभार व्यक्त करने आया हूं।” उन्होंने पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों द्वारा आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ दिखाए गए गुस्से की सराहना की और कहा, “मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को सलाम करता हूं। मैं उस ऊर्जा को महसूस करने आया हूं, जिसने दुश्मनों को तबाह किया। सीमा पार पाकिस्तानी चौकियों और बंकरों को नष्ट करने की आपकी कार्रवाई को दुश्मन कभी नहीं भूल पाएंगे।”
ऑपरेशन सिंदूर: प्रतिबद्धता और जवाबी कार्रवाई
राजनाथ सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई का नाम नहीं, बल्कि एक प्रतिबद्धता है। भारत ने दिखा दिया कि हम सिर्फ रक्षा ही नहीं करते, बल्कि जरूरत पड़ने पर कठोर कदम भी उठाते हैं। यह ऑपरेशन हर जवान की आंखों में देखा गया सपना था कि हर आतंकी ठिकाना, चाहे वह घाटियों में हो या बंकरों में, हम उसे नष्ट करेंगे।” पहलगाम हमले का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष लोगों की जान ली, लेकिन हमने उनके कर्मों का जवाब दिया। उन्होंने धर्म देखकर बेगुनाहों को मारा, यह पाकिस्तान का कर्म था; हमने कर्म देखकर उनका खात्मा किया, यह हमारा भारतीय धर्म था।”
पाकिस्तान पर निशाना
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया और कहा, “21 साल पहले अटल जी के सामने इस्लामाबाद में पाकिस्तान ने वादा किया था कि उनकी धरती से आतंकवाद निर्यात नहीं होगा, लेकिन उन्होंने भारत को धोखा दिया। आज भी यह धोखा जारी है। अब पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है, और यह कीमत आगे और बढ़ेगी।”
आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख
राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ भारत की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करार दिया। उन्होंने कहा, “पिछले 35-40 सालों से भारत सीमा पार से आतंकवाद का सामना कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने दुनिया को साफ संदेश दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ हम किसी भी हद तक जा सकते हैं।” यह दौरा और संबोधन न केवल जवानों के हौसले को बढ़ाने वाला रहा, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ नीति को भी रेखांकित करता है।