नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार रहा। सोमवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात की थी, और मंगलवार को विधानसभा में कार्यवाही के दौरान भारी हंगामा देखने को मिला।
मंगलवार सुबह जैसे ही उपराज्यपाल वीके सक्सेना का अभिभाषण शुरू हुआ, आम आदमी पार्टी के विधायकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यालयों से भीमराव अंबेडकर की तस्वीर हटाने के कथित आदेशों के खिलाफ नारेबाजी की।
विधानसभा अध्यक्ष ने इस हंगामे को देखते हुए कड़ा रुख अपनाया और आप के 12 विधायकों को पूरे दिन के लिए सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड होने वालों में नेता प्रतिपक्ष आतिशी, जनरैल, विशेष रवि, और सोमदत्त समेत कई प्रमुख चेहरे शामिल थे।
भाजपा नेताओं ने भी सदन में आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला। मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा, “कैग रिपोर्ट के जरिए दिल्ली की जनता को पता चलेगा कि आप-दा (AAP) ने कितनी लूटपाट की है।” भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने भी आरोप लगाया कि “पिछले 10-12 सालों में दिल्ली के बजट का दुरुपयोग हुआ है, और अब सच्चाई सामने आएगी।”
दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को 14 कैग रिपोर्ट पेश की जानी थीं, जिनमें कथित घोटालों का खुलासा किया गया है। भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया कि “अरविंद केजरीवाल ने इन रिपोर्ट्स को तीन साल तक दबाए रखा, क्योंकि इनमें उनकी सरकार की लूट और भ्रष्टाचार उजागर होते।”
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अपने अभिभाषण में कहा कि उनकी सरकार जनता के प्रति समर्पित है और उनकी पहली प्राथमिकता यमुना की सफाई होगी। उन्होंने सड़क और जल आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने के साथ-साथ दिल्ली को सबसे स्वच्छ मेट्रो बनाने का वादा किया। साथ ही, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में एक अहम बैठक भी हुई, जिसमें सभी मंत्री और भाजपा विधायक मौजूद रहे। बैठक में विभिन्न विकास कार्यों और आगामी योजनाओं पर चर्चा की गई।