जम्मू-कश्मीर के शांत कहे जाने वाले पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। आतंकियों की इस घिनौनी साज़िश में 26 मासूम जानें चली गईं — जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे। यह हमला 2019 के पुलवामा त्रासदी के बाद सबसे बड़ा और खौफनाक माना जा रहा है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का अपना आधिकारिक दौरा बीच में ही छोड़ दिया और बुधवार सुबह दिल्ली लौट आए। राजधानी पहुंचते ही उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। अब से कुछ ही देर में वे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की अध्यक्षता भी करेंगे।
देश भर में इस नृशंस हमले को लेकर गम और ग़ुस्से का माहौल है। हर कोना पूछ रहा है — कब तक? आखिर कब तक बेगुनाहों का खून बहता रहेगा? कश्मीर फिर से आंसुओं की घाटी बन गया है।