नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, जहां महाल इलाके में दो गुटों के बीच झड़प के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए। इसके बाद हंसपुरी इलाके में अज्ञात उपद्रवियों ने दुकानों में तोड़फोड़ की, वाहनों में आग लगा दी और पथराव किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने तत्काल कदम उठाए और पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है।
हंसपुरी में उपद्रव, गाड़ियों में लगाई आग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देर रात हंसपुरी इलाके में नकाबपोश उपद्रवियों ने अचानक हमला कर दिया। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “एक टीम यहां आई, उनके चेहरे स्कार्फ से ढंके हुए थे। उनके हाथों में धारदार हथियार, स्टिकर और बोतलें थीं। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया, दुकानों में तोड़फोड़ की और पथराव किया। उन्होंने 8-10 गाड़ियों में आग भी लगा दी।”
कांग्रेस सांसद ने की निंदा
दिल्ली में बोलते हुए कांग्रेस सांसद श्यामकुमार बर्वे ने इस हिंसा की निंदा की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “नागपुर में हिंदू-मुस्लिम झड़पें कभी नहीं हुईं, लेकिन अब इस तरह की कोशिशें की जा रही हैं। मैं दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसी घटनाओं के जरिए मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने का प्रयास किया जा रहा है।”
स्थिति नियंत्रण में, उपद्रवियों की तलाश जारी
नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने बयान जारी कर बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। उन्होंने कहा, “यह घटना रात 8 से 8:30 बजे के बीच हुई। हम नुकसान का आकलन कर रहे हैं। दो गाड़ियों में आग लगाई गई और पत्थरबाजी हुई है। पुलिस ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है और इसमें शामिल लोगों की पहचान कर गिरफ्तारियां की जा रही हैं।”
आयुक्त ने आगे कहा, “हमने धारा 144 लागू कर दी है, जिससे भीड़ जमा होने से रोका जा सके। नागरिकों को निर्देश दिया गया है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।” उन्होंने यह भी बताया कि हिंसा भड़काने वाले लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
नागपुर में बढ़ा सुरक्षा बंदोबस्त
हिंसा को देखते हुए पुलिस ने पूरे क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती कर दी गई है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी अफवाह या भ्रामक जानकारी को फैलाने से बचें।