पहलगाम आतंकी हमले पर कांग्रेस नेताओं के बयानों से तनाव, राहुल गांधी और खरगे नाराज

नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, के बाद देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों को कठोर सजा देने का ऐलान किया है। इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कुछ कांग्रेस नेताओं के बयानों ने विवाद खड़ा कर दिया है, जिस पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला और कांग्रेस नेताओं को “निशान-ए-पाकिस्तान” देने की मांग की।

राहुल गांधी और खरगे की नाराजगी

सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पहलगाम हमले पर पार्टी नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी पर नाराजगी जताई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इसे अनुचित ठहराया। जल्द ही पार्टी की ओर से नेताओं को ऐसे बयानों से बचने के लिए आधिकारिक निर्देश जारी किए जा सकते हैं।

सिद्धारमैया का बयान और बीजेपी का पलटवार

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, “पाकिस्तान के साथ युद्ध की जरूरत नहीं है, हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं।” इस बयान पर बीजेपी ने कड़ा ऐतराज जताते हुए सिद्धारमैया और कांग्रेस पर निशाना साधा। बीजेपी ने कई स्थानों पर उनके खिलाफ प्रदर्शन किए और उनके बयान को “पाकिस्तान समर्थक” करार दिया। सिद्धारमैया ने बाद में सफाई दी कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया और भारत को अपनी संप्रभुता के लिए हर खतरे का जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस का आधिकारिक रुख

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने स्पष्ट किया कि कुछ नेताओं के बयान उनकी निजी राय हैं और वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) का प्रतिनिधित्व नहीं करते। उन्होंने कहा, “संवेदनशील समय में केवल कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का प्रस्ताव, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, और अधिकृत एआईसीसी पदाधिकारियों के बयान ही पार्टी की आधिकारिक स्थिति दर्शाते हैं।” रमेश ने बताया कि 24 अप्रैल को सीडब्ल्यूसी ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया, और 25 अप्रैल को खरगे व राहुल गांधी ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेकर सरकार को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

राहुल गांधी का श्रीनगर दौरा

25 अप्रैल को राहुल गांधी ने श्रीनगर में पहलगाम हमले के पीड़ितों और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “इस हमले के पीछे समाज को बांटने और भाईचारे को तोड़ने की साजिश है। हमें एकजुट होकर आतंकवादियों की मंशा को नाकाम करना होगा।” उन्होंने देशवासियों से एकता बनाए रखने की अपील की।

सर्वदलीय बैठक में एकजुटता

24 अप्रैल को हुई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने सरकार के साथ खड़े होने का वादा किया। राहुल गांधी और खरगे ने सुरक्षा चूक पर सवाल उठाए, लेकिन स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ विपक्ष सरकार के हर कदम का समर्थन करेगा। बैठक में सभी दलों ने हमले की निंदा की और राष्ट्रीय एकता पर जोर दिया।

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