देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी बीडी सिंह को बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) में मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया है। इससे पहले वे बीकेटीसी में केवल सलाहकार की भूमिका में थे, लेकिन अब सरकार ने उनका पदोन्नयन करते हुए उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। शासन ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी।
बीडी सिंह पहले बदरी-केदार मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं और चारधाम यात्रा के संचालन में उनका कार्यकाल सबसे सफल माना गया है। उनके दीर्घकालिक प्रशासनिक अनुभव और मंदिर समिति के कार्यों में गहराई से जुड़ाव को देखते हुए सरकार ने उन्हें दोबारा इस अहम भूमिका में लाने का निर्णय लिया है।
जारी अधिसूचना के अनुसार, बीडी सिंह को चारधाम यात्रा और बदरी-केदार मंदिर समिति के लिए मुख्यमंत्री का मुख्य अवैतनिक सलाहकार नियुक्त किया गया है। उनके कार्यों के निर्वहन हेतु मंदिर समिति द्वारा आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
तीर्थ पुरोहित समाज और कर्मचारियों ने जताया आभार
बीडी सिंह की नियुक्ति पर बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित समाज, साथ ही बदरी-केदार मंदिर समिति कर्मचारी संघ ने हर्ष जताया है। संघ के अध्यक्ष विजेंद्र विष्ट, सचिव भूपेंद्र रावत, उपाध्यक्ष रविंद्र भट्ट और पारेश्वर त्रिवेदी सहित सभी पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए इस निर्णय को स्वागत योग्य बताया।
बीकेटीसी लगातार विवादों में
गौरतलब है कि बदरी-केदार मंदिर समिति पिछले कुछ समय से अपने निर्णयों और कार्यप्रणाली को लेकर लगातार चर्चाओं में रही है। पूर्व अध्यक्ष अजेंद्र अजय के कार्यकाल में भी कई विवाद सामने आए थे, और नए अध्यक्ष के आने के बाद भी स्थितियां पूरी तरह सामान्य नहीं हो सकी हैं।
हाल ही में समिति के अध्यक्ष और कुछ अन्य लोगों द्वारा केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर उड़ान जैसे नियमों के उल्लंघन का मामला सामने आया था, जो कि प्रतिबंधित था। इसके बाद यह घटना राजनीतिक और सामाजिक हलकों में आलोचना का विषय बनी। विपक्ष ने आरोप लगाया कि जो लोग धामों में नियमों का पालन करवाने के लिए जिम्मेदार हैं, वही नियमों की अवहेलना कर रहे हैं।
बीडी सिंह का अनुभव बना बड़ी वजह
बीडी सिंह, जो भारतीय वन सेवा के अधिकारी रह चुके हैं, ने बीकेटीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में लंबे समय तक सेवा दी है। उनके नेतृत्व में चारधाम यात्रा और मंदिरों के संचालन में अनुशासन और पारदर्शिता की सराहना हुई थी। अब एक बार फिर उन्हें मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार बनाकर सरकार ने बीकेटीसी के संचालन को नई दिशा देने का संकेत दिया है।