छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार सुबह 7 बजे छापा मारा। यह कार्रवाई राज्य में 2100 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले से जुड़ी जांच के तहत की गई।
ईडी की टीम ने बघेल के भिलाई-3 मानसरोवर कॉलोनी स्थित निवास और कैंप कार्यालय के साथ-साथ उनके पुत्र चैतन्य बघेल के करीबियों के ठिकानों पर भी दबिश दी। इसके अलावा, कांग्रेस नेता राजेंद्र साहू, मुकेश चंद्राकर, होटल कारोबारी कमल अग्रवाल, ट्रांसपोर्टर संदीप सिंह, बिल्डर और व्यापारियों सहित कई अन्य लोगों के परिसरों की भी तलाशी ली गई।
छापे के दौरान नोट गिनने की मशीन मंगवाई
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की टीम ने छापेमारी के दौरान बघेल के आवास में नोट गिनने की मशीन भी मंगवाई। इसके अलावा, उनके और उनके परिवार के वाहनों की भी बारीकी से जांच की गई। ईडी अधिकारियों ने दस्तावेज खंगाले और कई अहम फाइलें जब्त कीं।
लौट रही ईडी टीम पर हमला
ईडी की कार्रवाई के बाद जब टीम वापस लौट रही थी, तभी कुछ लोगों के समूह ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों को लेकर दावा किया जा रहा है कि वे कांग्रेस कार्यकर्ता थे, जो छापेमारी से नाराज थे। इस हमले में ईडी के एक उप-निदेशक स्तर के अधिकारी की कार को भी निशाना बनाया गया।
हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर अब तक ईडी या कांग्रेस की ओर से आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन इस छापेमारी ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा दी है।