ज्योतिर्मठ : उत्तराखंड की आस्था की धरती ज्योतिर्मठ एक बार फिर देवी भक्तों की भक्ति और श्रद्धा से सराबोर हो गई, जब उत्तराम्नाय ज्योतिर्मठ में विराजमान भगवती राजराजेश्वरी त्रिपुर सुन्दरी श्रीदेवी जी का 52वां पाटोत्सव पारंपरिक हर्षोल्लास और विधिपूर्वक सम्पन्न हुआ। पर्व का आयोजन ज्येष्ठ शुक्ल द्वादशी के शुभ अवसर पर किया गया, जिसमें स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ देशभर से आए भक्तों ने भाग लिया।
सुबह से ही ज्योतिर्मठ परिसर में पूजा-अर्चना, यज्ञ और देवी स्तुति के स्वर गूंजने लगे। मुख्य आयोजन में भगवती की महापूजा एवं महाआरती का आयोजन किया गया, जिसके पश्चात उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।
इस पावन अवसर पर ज्योतिष्पीठाधीश्वर, परमधर्माधीश, परम पूज्य अनंतश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज के शिष्य प्रत्यक्चैतन्यमुकुन्दानन्द गिरि ने भगवती की महाआरती कर भक्तों को प्रसाद वितरित किया।
ज्योतिर्मठ व्यवस्थापक विष्णुप्रियानन्द ब्रह्मचारी ने बताया कि मां त्रिपुरसुन्दरी की कृपा सदैव इस क्षेत्र पर बनी रहे, इस भावना के साथ समय-समय पर यहाँ विशेष अनुष्ठानों का आयोजन होता है। पाटोत्सव का यह वार्षिक पर्व श्रद्धालुओं के लिए आस्था और आत्मिक ऊर्जा का स्रोत बनता है।
कार्यक्रम में शामिल श्रद्धालुओं की उपस्थिति भी खास रही। आयोजन में सर्वभूतहृदयानन्द ब्रह्मचारी, कुशलानन्द बहुगुणा, शिवानन्द उनियाल, महिमानन्द उनियाल, जगदीश उनियाल, कमलेशकान्त कुकरेती, मनोज गौतम, आनन्द सती, मनोज भट्ट, ईश्वरानन्द ब्रह्मचारी, कमल रतूडी, व्यापार सभा अध्यक्ष नैनसिंह भण्डारी, विक्रम फर्स्वाण, ललित थपलियाल, नन्दादत्त सिलोडी, सभासद सौरभ राणा, सभासद प्रदीप भट्ट, अभिषेक बहुगुणा, रुद्र चतुर्वेदी सहित अनेक श्रद्धालु व स्थानीय गणमान्यजन उपस्थित रहे।
The post 52वां पाटोत्सव: ज्योतिर्मठ में श्रद्धा और उल्लास का संगम first appeared on headlinesstory.