शोपियां और पुलवामा में IED बरामद, सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरा

श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के शोपियां और पुलवामा जिलों में सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग स्थानों से इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बरामद की हैं। शोपियां के जेनपोरा इलाके में एक प्रेशर कुकर IED मिली, जबकि पुलवामा के पिंगलिश नागवाड़ी, तराल में भी एक IED बरामद की गई है। इसके बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया

IED मिलने के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया और सड़क को आम यातायात के लिए बंद कर दिया। बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंच चुका है और IED को निष्क्रिय करने की कार्रवाई जारी है। सुरक्षा एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि इन विस्फोटकों के पीछे किन आतंकी संगठनों का हाथ है।

LOC पर पाकिस्तान की नापाक हरकतें जारी

सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान जम्मू संभाग में पिछले 10 दिनों में IED धमाकों और संघर्षविराम उल्लंघन सहित 8 घटनाओं को अंजाम दे चुका है। हालांकि, भारतीय सेना की मुंहतोड़ जवाबी कार्रवाई में कई पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं और पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है।

भारतीय सेना की रणनीति से पाकिस्तान बैकफुट पर

सरकारी तंत्र में छिपे आतंकी समर्थकों और अलगाववादी विचारधारा रखने वाले सरकारी अधिकारियों को बर्खास्त किया जा रहा है। अब स्थानीय युवा आतंकी संगठनों के बहकावे में नहीं आ रहे हैं, जिससे पाकिस्तान की आतंक फैलाने की साजिशें नाकाम हो रही हैं।

पाकिस्तान चौतरफा दबाव में

इस बीच, पाकिस्तान पर आतंकवाद को लेकर चौतरफा दबाव बढ़ता जा रहा है। चार बड़े कारणों से पाकिस्तान पर संकट गहराया हुआ है:

  1. अंतरराष्ट्रीय दबाव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस और अमेरिका दौरे के बाद पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दबाव बढ़ा है।
  2. आंतरिक अस्थिरता: जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास का नया दौर पाकिस्तान के लिए चुनौती बन गया है।
  3. LOC पर सख्ती: भारतीय सेना की LoC पर कंटीली तारबंदी से आतंकी संगठनों के घुसपैठ के रास्ते बंद हो रहे हैं, जिससे पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ रही हैं।
  4. आतंकी नेटवर्क पर वार: केंद्र सरकार की आतंकवाद विरोधी स्पष्ट नीति के चलते जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के फंडिंग नेटवर्क और नार्को-टेररिज्म पर कड़ा प्रहार किया जा रहा है।

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