देहरादून : उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। आर्थिक सर्वेक्षण 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल दिसंबर तक राज्य में 1747 सड़क हादसे दर्ज किए गए हैं, जो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हैं। वर्ष 2023 में यह संख्या 1691 थी। परिवहन विभाग द्वारा सख्ती बरतने के बावजूद दुर्घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।
बढ़ते सड़क हादसों के आंकड़े चिंताजनक
रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में हर साल सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही है। वर्ष 2020 में 1041 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जो 2024 में बढ़कर 1747 तक पहुंच गईं। इसके चलते मृतकों की संख्या भी बढ़ी है।
वर्ष | हादसे | मृतक | घायल |
---|---|---|---|
2020 | 1041 | 674 | 854 |
2021 | 1405 | 820 | 1091 |
2022 | 1674 | 1042 | 1613 |
2023 | 1691 | 1054 | 1488 |
2024 (दिसंबर तक) | 1747 | 1090 | 1547 |
राज्य में परिवहन व्यवस्था और सड़क सुरक्षा उपाय
उत्तराखंड परिवहन विभाग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न कदम उठा रहा है। देहरादून, रुद्रपुर, हल्द्वानी, विकासनगर, रुड़की और हरिद्वार में ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्टिंग लेन संचालित हो रही हैं, जबकि टनकपुर में इसे शुरू करने की प्रक्रिया जारी है। पर्वतीय जिलों—पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और उत्तरकाशी में भी निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। पौड़ी में भी टेस्टिंग स्टेशन के लिए भूमि चयन और डीपीआर तैयार की जा रही है।
इसके अलावा, रोडवेज बसों की लाइव लोकेशन ट्रैकिंग की सुविधा लागू की जा रही है। उत्तराखंड परिवहन निगम ने सभी बसों में GPS आधारित ट्रैकिंग सिस्टम लगाने का निर्णय लिया है, जिससे बसों की वास्तविक समय में निगरानी की जा सकेगी। इससे अनाधिकृत मार्गों पर बसों के संचालन पर भी रोक लगेगी।
उत्तराखंड में ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार
सरकार ई-मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए तेजी से ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर रही है। गढ़वाल मंडल में 25 ईवी चार्जिंग स्टेशन पहले ही लग चुके हैं, जबकि कुमाऊं में 41 नए चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं।
बजट 2025: परिवहन क्षेत्र में बड़े बदलाव की तैयारी
आगामी वित्तीय वर्ष में उत्तराखंड परिवहन निगम ने अपनी कमाई का लक्ष्य 700 करोड़ रुपये से अधिक रखने का फैसला किया है। इसके साथ ही, परिवहन निगम अपनी कार्यशालाओं में उपलब्ध भंडारण प्रणाली को भी कंप्यूटराइज कर रहा है। एनआईसी की मदद से इन्वेंट्री मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर विकसित किया जा रहा है, जिससे स्पेयर पार्ट्स और अन्य संसाधनों की बेहतर निगरानी हो सकेगी।
चिंता बढ़ाने वाले आंकड़े
उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। हालांकि, सरकार और परिवहन विभाग सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्टिंग, बसों की लाइव ट्रैकिंग, और ईवी चार्जिंग स्टेशनों के विस्तार से सड़क सुरक्षा में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
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