अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सुरक्षा और जांच से जुड़े जोखिमों के चलते पाकिस्तान और अफगानिस्तान के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाने की योजना बना रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप जल्द ही इस आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, जिससे इन दोनों देशों के लोगों के लिए अमेरिका में दाखिल होना बेहद कठिन हो जाएगा। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यह प्रतिबंध अगले हफ्ते से लागू हो सकता है।
हालांकि, यह गौर करने वाली बात है कि हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप ने एक आतंकी को पकड़वाने में पाकिस्तान और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की भूमिका की तारीफ की थी। रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन ने सुरक्षा और जोखिम मूल्यांकन के आधार पर कुछ देशों की सूची तैयार की है, जिन पर यात्रा प्रतिबंध लगाया जा सकता है। हालांकि, अन्य किन देशों पर यह प्रतिबंध लगेगा, इसका खुलासा नहीं किया गया है।
अफगान नागरिकों के लिए अमेरिका में प्रवेश पहले ही चुनौतीपूर्ण था, और अब यह लगभग असंभव हो सकता है। अमेरिका में शरण पाने के लिए अफगान नागरिकों को पहले से ही कड़ी जांच से गुजरना पड़ता है। खासतौर पर वे लोग, जिन्होंने तालिबान के खिलाफ अमेरिका का साथ दिया था, अब इस फैसले के चलते संकट में आ सकते हैं।
अमेरिका के इस नए प्रतिबंध से उन हजारों अफगानी नागरिकों का भविष्य अधर में लटक सकता है, जिन्हें शरणार्थी के रूप में या विशेष आप्रवासी वीजा पर अमेरिका में बसाने की मंजूरी दी गई थी। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने तालिबान शासन के खिलाफ अमेरिका की मदद की थी और अब अपने देश में उनके लिए खतरा बना हुआ है।
गौरतलब है कि 2016 के चुनाव प्रचार के दौरान भी ट्रंप ने गाजा पट्टी, लीबिया, सोमालिया, सीरिया और यमन जैसे देशों को सुरक्षा के लिए खतरा बताया था और इन पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की बात कही थी। अब यह देखना होगा कि नए प्रतिबंध किन देशों पर लागू होते हैं और इससे वैश्विक राजनीति पर क्या असर पड़ता है।