देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सदन के बाहर विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस के विधायक नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में भू-कानून लागू करने, स्मार्ट मीटर के विरोध और सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
बुधवार सुबह विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरना दिया। उन्होंने भू-कानून को सख्त बनाने, स्मार्ट मीटरों को वापस लेने और सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भू-कानून पर संशय को खारिज करते हुए कहा कि सरकार वही करेगी, जो जनभावना के अनुरूप होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे भू-कानून हो या कोई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा, सरकार जनता की मांग को सर्वोपरि रखेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस एक तरफ सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रही है और दूसरी तरफ सदन में चर्चा करने के बजाय हंगामा कर रही है। उन्होंने कहा कि विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय विपक्ष सिर्फ संसाधनों की बर्बादी कर रहा है।
बुधवार सुबह मुख्यमंत्री धामी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें भू-कानून संशोधन विधेयक समेत कई अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, राज्य की विभिन्न रिपोर्ट्स भी सदन के पटल पर रखी जाएंगी।
राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी दलों द्वारा किए गए हंगामे को मुख्यमंत्री धामी ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि सदन में गरिमा बनाए रखना सभी विधायकों की जिम्मेदारी है। महिला विधायकों की मौजूदगी में इस तरह का व्यवहार संसदीय परंपराओं के खिलाफ है।