श्री केदारनाथ धाम: बीकेटीसी और केदार सभा की बैठक में तीर्थयात्रियों की सुविधाओं पर जोर

केदारनाथ : श्री केदारनाथ धाम में शुक्रवार को दीपावली से पहले श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) और केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों की शीर्ष संस्था श्री केदार सभा की एक महत्वपूर्ण बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई।
बैठक में देश-विदेश से केदारनाथ धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सरल और सुगम दर्शन व्यवस्था, धार्मिक रीति-रिवाजों और हक-हकूकों के संरक्षण, पूजा-अर्चना, निर्माण कार्यों, मंदिर परिसर में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पर नियंत्रण, स्वच्छता, पेयजल, आवास और अलाव जैसी सुविधाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
बीकेटीसी और केदार सभा का सामंजस्य: बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि केदार सभा के साथ बैठक अत्यंत सौहार्दपूर्ण रही। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित श्री केदारनाथ यात्रा का अभिन्न अंग हैं और बीकेटीसी परिवार के सदस्य हैं। इस वर्ष रिकॉर्ड 17,20,855 श्रद्धालुओं ने अब तक दर्शन किए हैं, और बीकेटीसी व केदार सभा के सहयोग से यात्रा सुचारु रूप से संपन्न हो रही है। उन्होंने बताया कि 23 अक्टूबर को मंदिर के कपाट बंद होंगे, और सभी के सहयोग से यात्रा अपने अंतिम चरण में है।
तीर्थयात्रियों की सुविधा पर विशेष ध्यान: बैठक में यह निर्णय लिया गया कि धार्मिक परंपराओं की गरिमा बनाए रखते हुए तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए कार्ययोजना पर अमल किया जाएगा। कपाट बंद होने तक स्वच्छता, पेयजल, आवास और अलाव व्यवस्था जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। स्थानीय लोगों की सहभागिता को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
आभार और भविष्य की योजना: बीकेटीसी और केदार सभा के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से कहा कि तीर्थयात्रियों की सुविधा और धार्मिक व्यवस्थाओं के सौहार्दपूर्ण संचालन के लिए दोनों संगठन मिलकर कार्य करेंगे। यह बैठक श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को और बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बैठक में बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण, सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान, मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, मंत्री राजेन्द्र तिवारी सहित तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी, पंकज शुक्ला, संजय तिवारी, अंकित सेमवाल, अनिल शुक्ला, उमेश पोस्ती, प्रदीप शुक्ला, प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान और बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित, हकहकूकधारी व बीकेटीसी के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।