नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक प्रवीण सूद का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया है। सूद ने 25 मई 2023 को दो साल के लिए सीबीआई निदेशक का पद संभाला था। अधिकारियों के अनुसार, उनके कार्यकाल को बढ़ाने का निर्णय सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली चयन समिति की बैठक में लिया गया। इस बैठक में भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल थे।
कार्यकाल विस्तार को मंजूरी
चयन समिति की सिफारिशों के आधार पर कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने 24 मई 2025 से एक साल के लिए सूद के कार्यकाल विस्तार को मंजूरी दी। 1986 बैच के कर्नाटक कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी प्रवीण सूद वर्तमान में सीबीआई के निदेशक हैं। उनकी नियुक्ति से पहले वे कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में सेवारत थे।
प्रवीण सूद का प्रोफाइल
1964 में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में जन्मे प्रवीण सूद ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। 22 साल की उम्र में वे आईपीएस में शामिल हुए। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), बेंगलुरु और न्यूयॉर्क के सिरैक्यूज़ विश्वविद्यालय के मैक्सवेल स्कूल ऑफ गवर्नेंस से स्नातकोत्तर की डिग्री भी प्राप्त की है।
उपलब्धियां और योगदान
प्रवीण सूद अपने व्यावहारिक दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने हाई-प्रोफाइल मामलों, विशेष रूप से उच्च निवल संपत्ति वाले व्यक्तियों से जुड़े मामलों और अंतर-राज्यीय व अंतरराष्ट्रीय जांच की निगरानी की है। तकनीकी विशेषज्ञता के साथ उन्होंने कर्नाटक में अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) और इंटरऑपरेबल आपराधिक न्याय प्रणाली (आईसीजेएस) को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।