पहलगाम आतंकी हमला: गृह मंत्री मौके पर, दिल्ली में हाई-लेवल मीटिंग, क्या होगी बदले की कार्रवाई?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। घटना के बाद से केंद्र सरकार की ओर से लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज सुबह सीधे घटनास्थल पर पहुंचे, उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद हैं। सुरक्षा हालातों का जायजा लेने के बाद शाह दिल्ली लौटेंगे, जहां कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक होगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।

दिल्ली में हाई-लेवल रणनीतिक बैठक जारी

दिल्ली में इस समय रक्षा मंत्रालय में एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही है। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोवाल, और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान मौजूद हैं। मीटिंग में सुरक्षा रणनीति पर चर्चा हो रही है और संभावित जवाबी कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।

NIA की टीम ने संभाली कमान

जांच को तेज़ी से आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम भी पहलगाम पहुंच चुकी है। आतंकियों के प्रवेश के रास्ते की जानकारी सामने आई है—सूत्रों के मुताबिक, आतंकी पीर पंजाल की पहाड़ियों से होते हुए राजौरी, चत्रु और वधावन के रास्ते पहलगाम पहुंचे। यह इलाका गुज्जर-बकरवाल जनजातियों का गढ़ माना जाता है।

विपक्ष ने साधा निशाना

वहीं, इस हमले को लेकर राजनीतिक माहौल भी गरमाया हुआ है। शिवसेना (UBT) के नेता संजय राऊत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि “देश के आंतरिक सुरक्षा तंत्र का फेलियर शाह के नेतृत्व में हुआ है।”

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

इस हमले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है। इसमें पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाने की मांग की गई है।

चीन का बयान

इस हमले पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है। चीन ने बयान जारी करते हुए आतंकवाद की निंदा की है और वैश्विक समुदाय से आतंक के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है।

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