

कोडरमा के डीईओ अविनाश राम ने मामला संज्ञान में आने की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि।लीक पेपर वाट्सप ग्रुप में 350 रुपए में बिका था।

वहीं इस बीच एक क्यूआर कोड भी वायरल हो रहा है जिसमें लिखा है कि जैक बोर्ड का ऑरिजिनल पेपर चाहिए तो 350 रुपये भेजिए। जागरण परीक्षार्थियों से आग्रह करता है कि इस तरह के किसी भी झूठे झांसे में न फंसे। जैक अध्यक्ष ने बताया कि कोडरमा और गिरिडीह से प्रश्न पत्र वायरल हुआ था, जिसके बाद वह के जिला प्रशासन से जवाब मांगा जाएगा। जैक बोर्ड एग्जामिनेशन के नाम से बने व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ने के लिए संलग्न लिंक दिया जा रहा था जिसमें क्लिक करने के बाद ही कोई इससे जुड़ सकता था। छात्रों से पैसे की भी उगही क्यूआर कोड के माध्यम से की जा रही थी।