November 13, 2025

भारत ने जीता एशिया कप 2025, सूर्यकुमार यादव दान करेंगे भारतीय सेना को पूरी मैच फीस

0

नई दिल्ली : दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में रविवार को खेले गए रोमांचक फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम ने कप्तान सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर एशिया कप 2025 का खिताब अपने नाम किया। यह भारत की रिकॉर्ड नौवीं एशिया कप जीत (7 बार वनडे और 2 बार टी20 फॉर्मेट) थी।

इस टूर्नामेंट में भारत ने पाकिस्तान को तीसरी बार हराकर अपनी बादशाहत साबित की। भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन ने दुनियाभर के प्रशंसकों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। इस जीत के साथ भारत ने क्रिकेट में अपनी सर्वोच्चता को और मजबूत किया।

सूर्यकुमार यादव का बड़ा एलान

भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए घोषणा की कि वह एशिया कप 2025 से मिलने वाली अपनी पूरी मैच फीस भारतीय सशस्त्र सेनाओं और हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को दान करेंगे। एक्स पर अपनी पोस्ट में यादव ने लिखा, “मैंने इस टूर्नामेंट की अपनी मैच फीस हमारी सशस्त्र सेनाओं और पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों को देने का निर्णय लिया है। आप हमेशा मेरी सोच में रहते हैं। जय हिंद।” टी-20 फॉर्मेट में प्रत्येक भारतीय खिलाड़ी को प्रति मैच 4 लाख रुपये की फीस मिलती है। टूर्नामेंट में सात मैच खेलने के कारण सूर्यकुमार यादव कुल 28 लाख रुपये भारतीय सेना को दान करेंगे, जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है।

भारत का दमदार प्रदर्शन

पूरा टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम ने पाकिस्तान से मैदान के अंदर और बाहर दूरी बनाए रखी। इसका नतीजा यह रहा कि भारत ने लगातार तीन मैचों में पाकिस्तान को हराया और अंत में खिताब पर कब्जा जमाया।

ट्रॉफी समारोह में विवाद

विजय उत्सव में उस समय एक अप्रत्याशित मोड़ आया, जब भारतीय टीम ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से एशिया कप ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। नकवी, जो पाकिस्तान के गृहमंत्री भी हैं, ट्रॉफी देना चाहते थे, लेकिन भारत के साफ इनकार के कारण पुरस्कार समारोह करीब एक घंटे तक टल गया।

नकवी और अमीरात क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों के साथ स्टेज पर इंतजार करते रहे, जबकि भारतीय टीम एक तरफ खड़ी रही और पाकिस्तानी टीम काफी देर तक ड्रेसिंग रूम में रही। अंततः ट्रॉफी को मैदान से बाहर ले जाया गया, और प्रजेंटर ने घोषणा की कि भारत ने ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद समारोह समाप्त कर दिया गया।

पहली बार ऐसा हुआ कि विजेता टीम ने बिना ट्रॉफी के जश्न मनाया। भारतीय खिलाड़ियों ने एकजुटता दिखाते हुए बिना ट्रॉफी के फोटो खिंचवाए और जीत का उत्सव मनाया। भारत की इस शानदार जीत और सूर्यकुमार यादव के उदार दान ने न केवल मैदान पर बल्कि देशवासियों के दिलों में भी टीम की विरासत को और मजबूत किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed